Saturday 13 October 2018

मंदिर निर्माण से भाजपा को लाभ नहीं : मायावती

बिलासपुर . बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि बीजेपी और आरएसएस के लोग और उनकी सरकारें पूंजीवादी व्यवस्था की समर्थक हैं और हिंदुत्व की आड़ में विभिन्न हथकंडे इस्तेमाल कर रही है. उत्तरप्रदेश में राम मंदिर निर्माण कुछ ज्यादा ही जोर पकड़ रहा है । उसी तर्ज पर इनकी योजना पूरे देश में छोटे-छोटे मंदिर बनाने की है लेकिन इससे उन्हें कोई लाभ होने वाला नहीं है . बीएसपी सुप्रीमों मायावती बिलासपुर में शनिवार को दोपहर खेल परिसर में विशाल जनसभा को संबोधित कर रही थी .
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन के तहत पहली संयुक्त चुनावी सभा में मायावती ने बहुचर्चित राफेल रक्षा सौदे के सम्बन्ध में कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों का दामन पाक साफ़ नहीं है . कांग्रेस के समय बोफोर्स रक्षा सौदे की तरह केंद्र की वर्तमान सरकार द्वारा किए गए राफेल रक्षा सौदे में हुए कथित घोटाले के सम्बन्ध में अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं आया है.
मायावती ने छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस के साथ बीएसपी द्वारा गठबंधन न करने के सम्बन्ध में कहा कि कांग्रेस की स्थिति “खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे” जैसी हो गई है . यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि बीजेपी के दबाव और भय में आकर गठबंधन नहीं किया गया .  उन्होंने कहा कि यह निराधार प्रचार है और इसे हमारी  पार्टी के लोगों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए . 
मायावती ने दोनों पार्टी के कार्यकताओं और मतदाताओं से अपेक्षा की कि हमारी कोशिश होनी चाहिए कि छत्तीसगढ़ में यह गठबंधन अकेले अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफल हो जाए . उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार बनी तभी प्रदेश के दलितों , आदिवासियों , पिछड़ों, किसानों तथा व्यापारियों का उत्थान संभव है . उन्होंने आगे कहा कि अजीत जोगी के नेतृत्व में हमारे गठबंधन की सरकार बनने से प्रदेश के लोग स्वाभिमान की जिंदगी गुजार सकेंगे और प्रदेश में चल रही नक्सली गतिविधियों पर भी अंकुश लगेगा . उन्होंने कहा कि प्रदेश की बदहाल स्थिति के लिए बीजेपी और कांग्रेस पार्टी एंड कंपनी कसूरवार है .
मायावती ने कहा पिछले 15 सालों से छतीसगढ़ में एक ही पार्टी , भाजपा का राज चल रहा है लेकिन आम आदमी का कोई विकास , उत्थान नहीं हुआ है.  छत्तीसगढ़ के अलग  राज्य बनने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि यहाँ युद्ध स्तर पर विकास का काम होगा लेकिन निराशा ही हाथ लगी .
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को एक बार फिर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पूर्व जितने भी वादे किए गए थे उसके एक चौथाई  वादे भी पूरे नहीं किए गए . उन्होंने सोदाहरण समझाया कि देश के गरीबों के खातों में 100 दिन के भीतर विदेशों से काला धन वापस लाकर 15 से 20 लाख रूपए देने का वादा किया गया था  लेकिन साढ़े चार साल के बाद भी एक पैसा किसी के पास नहीं आया . उसी प्रकार किसानों को उनके उत्पादन का दोगुना समर्थन मूल्य दिलाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमत कम करने का वादा भी पूरा नहीं कर जनता के साथ विश्वासघात किया गया .
मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों , नोटबंदी  और जीएसटी के बुरे असर पर भी कटाक्ष किया और कहा कि इससे महंगाई  और बढ़ गई , पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में लगातार इजाफा हुआ . 
उन्होंने मतदाताओं को सचेत करते हुए कहा कि केंद्र में बीजेपी को सत्ता में आने से रोकना होगा लेकिन उससे पहले यह जरूरी है कि राज्य में और खासकर छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार को सत्ता से बाहर करना होगा . उन्होंने बीजेपी के सत्ता हथियाने के हथकंडों और प्रलोभन भरे चुनावी घोषणा पत्र से भी लोगों को सावधान रहने को कहा.
मायावती के संबोधन के बाद जनता कांगेस के सुप्रीमों अजीत जोगी ने भी छत्तीसगढ़ी भाषा में सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी और जनता कांग्रेस के विचार एक जैसे हैं . हमारा विश्वास है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा का रथ रुकेगा और प्रदेश में हमारे गठबंधन की सरकार बनेगी . उन्होंने आगे कहा कि 2019 में भी हमारा गठबंधन जारी रहेगा और मायावती के नेतृत्व में अन्य प्रदेशों में भी इसकी शुरुआत क्षेत्रीय पार्टियों से होगी . अजीत जोगी ने हुंकार भरी कि हमारा संकल्प है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बहन मायावती को देश का प्रधानमंत्री बनाना है .

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